पुणे के एक स्कूल में जब शाहिद शूटिंग कर रहे थे तो स्कूल के बच्चे अपने इस पसंदीदा हीरो से मिलने के लिए बेताब थे और यहां तक कि अपनी कक्षाओं में भी नहीं जा रहे थे। इसका मतलब शाहिद कपूर के चाकलेटी चेहरे पर न सिर्फ युवतियां फिदा है बल्कि बच्चे भी उनके दीवाने हैं।
हुआ यूं कि शाहिद स्कूल में शूटिंग कर रहे थे। स्कूल के बच्चों के विश्राम के लिए जैसे ही घंटी बजी, लगभग दो सौ बच्चे अपने इस चहेते स्टार से मिलने के लिए आ गये। शाहिद उस समय शूटिंग कर रहे थे, इसलिए वे बच्चॉं से तुरंत नहीं मिल पाये।
मजे की बात यह है कि जो बच्चे अपनी शिक्षक और शिक्षिकाओं की बात न मानकर अपनी कक्षाओं में नहीं जा रहे थे, वे शाहिद के अनुरोध पर चले गये।
इस पर बच्चे शाहिद से मिलने के लिए धैर्यपूर्वक उसका इंतजार करने लगे। शाहिद को जैसे ही फुरसत मिली वे बच्चों के बीच आये। बच्चे उनसे मिकर बहुत खुश हुए और शाहिद से बातचीत करने के लिए उनके बीच होड मच गई।
बच्चे शाहिद से मिलने के लिए इतने बैचेन थे कि वे कक्षाओं में भी नहीं जा रहे थे। स्कूल के शिक्षकों ने जब बच्चों को कक्षाओं में जाने को कहा तो बच्चे मानने को तैयार ही नहीं हुए। लेकिन जब शाहिद ने बच्चों को प्यार से समझाकर कक्षाओं में जाने को कहा तो बच्चे शाहिद का कहना मान गये और बेमन से ही सही अपनी अपनी कक्षाओं में चले गये। इसे कहते हैं शाहिद का जादू।
मजे की बात यह है कि जो बच्चे अपनी शिक्षक और शिक्षिकाओं की बात न मानकर अपनी कक्षाओं में नहीं जा रहे थे, वे शाहिद के अनुरोध पर चले गये।
इस पर बच्चे शाहिद से मिलने के लिए धैर्यपूर्वक उसका इंतजार करने लगे। शाहिद को जैसे ही फुरसत मिली वे बच्चों के बीच आये। बच्चे उनसे मिकर बहुत खुश हुए और शाहिद से बातचीत करने के लिए उनके बीच होड मच गई।
बच्चे शाहिद से मिलने के लिए इतने बैचेन थे कि वे कक्षाओं में भी नहीं जा रहे थे। स्कूल के शिक्षकों ने जब बच्चों को कक्षाओं में जाने को कहा तो बच्चे मानने को तैयार ही नहीं हुए। लेकिन जब शाहिद ने बच्चों को प्यार से समझाकर कक्षाओं में जाने को कहा तो बच्चे शाहिद का कहना मान गये और बेमन से ही सही अपनी अपनी कक्षाओं में चले गये। इसे कहते हैं शाहिद का जादू।
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